इंसाफ के इंतजार में आगरा की कई 'निर्भया', अदालतों में लंबित हैं दुष्कर्म के 500 केस

निर्भया' के गुनहगारों को सात साल बाद शुक्रवार को फांसी पर लटका दिया गया। लंबा समय लगा, लेकिन इंसाफ मिला। आगरा की 'निर्भयाओं' को भी इंसाफ का इंतजार है। चर्चित मामलों में भी तारीख पर तारीख हो रही है।


आगरा में दुष्कर्म के 500 मामले अदालतों में लंबित हैं। इनमें से 176 मामले पॉक्सो एक्ट के हैं। जिनमें बच्चियों और किशोरियों के साथ दरिंदगी हुई। पुलिस ने थानावार इनकी सूची बना रखी है। पैरवी तेज की जा रही है, फिर भी समय लग रहा है।

शोधछात्रा हत्याकांड : सात साल से तारीख पर तारीख

न्यू आगरा के एक शिक्षण संस्थान में 15 मार्च 2013 को नैनो टेक्नोलॉजी की शोध छात्रा की लैब में दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। पहले पुलिस ने जांच की, फिर सीबीआई ने। हाईकोर्ट ने जल्द सुनवाई पूरी करने के आदेश दिए लेकिन तारीख पर तारीख ही चल रही है। आरोपी उदय स्वरूप और यशवीर सिंह संधू जेल में हैं।

एत्माद्दौला में हुई थी निर्भया जैसी दरिंदगी

21 दिसंबर 2019 को एत्माद्दौला में मनोरोगी युवती से दुष्कर्म किया गया। विरोध पर उसका सिर ईंट से कुचलकर हत्या कर दी गई। उसका कोई अपना नहीं आया, दाह संस्कार भी पुलिस ने कराया। आरोपी सुगढ़ सिंह उर्फ सोड़ा निवासी एटा जेल में है।